हमें गुरुदेव तेरा सहारा न मिलता (Hame Gurudev Tera Sahara Na Milata)
हमें गुरुदेव तेरा सहारा न मिलता ।
ये जीवन हमारा दुबारा न खिलता ॥
साँसों की सरगम मध्यम हुई थी ।
जीने की आशा भी धूमिल हुई थी ।
तेरे नाम का जो सहारा न मिलता ।
ये जीवन हमारा दुबारा न खिलता ॥
रिश्तों की चौखट पे ठोकर है खाई ।
अपने परायों की समझ भी न आई ।
सच्चा जो तेरा रिश्ता न मिलता ।
ये जीवन हमारा दुबारा न खिलता ॥
किस्मत की मौजों ने कश्ती डुबोयी ।
जब सब लुटा तो तेरी याद आई ।
अगर मेरी किश्ती को सहारा न मिलता ।
ये जीवन हमारा दुबारा न खिलता ॥
प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना: भजन (Prabhu Humpe Daya Karna)
दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले: भजन (Doosron Ka Dukhda Door Karne Wale)
जन्माष्टमी भजन: नन्द के आनंद भयो (Nand Ke Anand Bhayo)
भजन: चंदन है इस देश की माटी (Chandan Hai Is Desh Ki Mati)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 18 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 18)
तुम करुणा के सागर हो प्रभु: भजन (Tum Karuna Ke Sagar Ho Prabhu)
कई जन्मों से बुला रही हूँ: भजन (Kai Janmo Se Bula Rahi Hun)
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी: भजन (Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 3 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 3)
धर्मराज आरती - ॐ जय धर्म धुरन्धर (Dharmraj Ki Aarti - Om Jai Dharm Dhurandar)
मंत्र: णमोकार महामंत्र (Read Listen Namokar Maha Mantra)
सच्चा है माँ का दरबार, मैय्या का जवाब नहीं: भजन (Saccha Hai Maa Ka Darbar, Maiya Ka Jawab Nahi)