तेरे द्वार खड़ा भगवान, भक्त भर..: भजन (Tere Dwaar Khada Bhagawan Bhagat Bhar De Re Jholi)
तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली ।
तेरा होगा बड़ा एहसान,
के युग युग तेरी रहेगी शान ॥
डोल उठी है सारी धरती देख रे,
डोला गगन है सारा ।
भीख मांगने आया तेरे घर,
जगत का पालनहारा ।
मैं आज तेरा मेहमान,
कर के रे मुझ से जरा पहचान ॥
भक्त भर दे रे झोली ।
॥ तेरे द्वार खड़ा भगवान...॥
आज लुटा दे रे सर्वस अपना,
मान ले रे कहना मेरा ।
मिट जायेगा पल में तेरा,
जनम जनम का फेरा रे ।
तू छोड़ सकल अभिमान,
अमर कर ले रे तू अपना दान ॥
भक्त भर दे रे झोली ।
॥ तेरे द्वार खड़ा भगवान...॥
तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली।
तेरा होगा बड़ा एहसान,
के युग युग तेरी रहेगी शान ॥
जगन्नाथ मंगल आरती (Jagannath Mangal Aarti)
प्रेरक कथा: नारायण नाम की महिमा! (Prerak Katha Narayan Nam Ki Mahima)
भजन: द्वार पे गुरुदेव के हम आगए (Dwar Pe Gurudev Ke Ham Aagaye)
हरी सिर धरे मुकुट खेले होरी: होली भजन (Hari Sir Dhare Mukut Khele Hori)
वरुथिनी एकादशी व्रत कथा (Varuthini Ekadashi Vrat Katha)
जय शनि देवा - श्री शनिदेव आरती (Aarti Shri Shani Jai Jai Shani Dev)
मंत्र: माँ गायत्री (Maa Gayatri)
तुम आशा विश्वास हमारे, रामा: भजन (Tum Asha Vishwas Hamare Bhajan)
तुम बिन मोरी कौन खबर ले गोवर्धन गिरधारी: श्री कृष्ण भजन (Tum Bin Mori Kaun Khabar Le Govardhan Girdhari)
गोपी गीत - जयति तेऽधिकं जन्मना (Gopi Geet - Jayati Te Dhikam Janmana)
आमलकी एकादशी व्रत कथा (Amalaki Ekadashi Vrat Katha)
हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने - भजन (Ho Ho Balaji Mera Sankat Kato Ne)