बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी: भजन (Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani)

दरबार तेरा दरबारों में,

एक ख़ास एहमियत रखता है।

उसको वैसा मिल जाता है,

जो जैसी नियत रखता है॥



बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी।

भक्तों की लगी है कतार भवानी॥



ऊँचे पर्बत भवन निराला।

आ के शीश निवावे संसार, भवानी॥

प्यारा सजा है द्वार भवानी॥



जगमग जगमग ज्योत जगे है।

तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी॥

तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी॥



लाल चुनरिया लाल लाल चूड़ा।

गले लाल फूलों के सोहे हार, भवानी॥

प्यारा सजा है द्वार, भवानी॥



सावन महीना मैया झूला झूले।

देखो रूप कंजको का धार भवानी॥

प्यारा सजा है द्वार भवानी॥



पल में भरती झोली खाली।

तेरे खुले दया के भण्डार, भवानी॥

तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी॥



लक्खा को है तेरा सहारा माँ।

करदे अपने सरल का बेडा पार, भवानी॥

प्यारा सजा है द्वार भवानी॥

श्री शङ्कराचार्य कृतं - अर्धनारीनटेश्वर स्तोत्र॥ (Ardhnarishwar Stotram)

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा (Utpanna Ekadashi Vrat Katha)

सखी री बांके बिहारी से हमारी लड़ गयी अंखियाँ (Sakhi Ri Bank Bihaari Se Hamari Ladgayi Akhiyan)

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान! (Milta Hai Sachha Sukh Keval Bhagwan Tere Charno Me)

श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा 2 (Shri Brihaspati Dev Ji Vrat Katha In Hindi Vol2)

मै हूँ बेटी तू है माता: भजन (Main Hoon Beti Tu Hai Mata)

आरती: ॐ जय महावीर प्रभु (Om Jai Mahavir Prabhu)

दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ: भजन (Durga Hai Meri Maa Ambe Hai Meri Maa)

दानी बड़ा ये भोलेनाथ, पूरी करे मन की मुराद! (Dani Bada Ye Bholenath Puri Kare Man Ki Murad)

विसर नाही दातार अपना नाम देहो: शब्द कीर्तन (Visar Nahi Datar Apna Naam Deho)

भजन: राम का सुमिरन किया करो! (Ram Ka Sumiran Kiya Karo Prabhu Ke Sahare Jiya Kro)

श्रीदेवीजी की आरती - जगजननी जय! जय! (Shri Deviji Ki Aarti - Jaijanani Jai Jai)