नंगे नंगे पाँव चल आ गया री: नवरात्रि भजन (Nange Nange Paon Chal Aagaya Ri)

नवदुर्गा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि, नवरात्रे, नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, जगराता, शुक्रवार दुर्गा तथा अष्टमी के शुभ अवसर पर गाये जाने वाला प्रसिद्ध व लोकप्रिय भजन।



नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,

इक तेरा पुजारी ॥

तेरा पुजारी मैया, तेरा पुजारी,

नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,

इक तेरा पुजारी ॥




हाथों में लेकर गंगा जल गागर,


हाथों में लेकर गंगा जल गागर,


श्रद्धा से स्नान करा गया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥




नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥



लाल लाल चोला किनारी गोटे वाला,

लाल लाल चोला किनारी गोटे वाला,

लाल लाल चुनरी ओड़ा गया री माँ,

इक तेरा पुजारी ॥




नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥




चाँदी की कटोरी में केसर घोल के,


चाँदी की कटोरी में केसर घोल के,


माथे पे तिलक गया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥




नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥



चंपा चमेली गुलाब जूही गेंदा,

चंपा चमेली गुलाब जूही गेंदा,

पुष्पों की माला पहना गया री माँ,

इक तेरा पुजारी ॥




नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥




तेरा पुजारी मैया तेरा पुजारी,


नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ,


इक तेरा पुजारी ॥