श्री पंच-तत्व प्रणाम मंत्र (Panch Tattva Pranam Mantra)
श्री कृष्ण चैतन्य नाम धुन संकीर्तन, इस्कान द्वारा मनन करने वाली प्रसिद्ध धुन।
(जय) श्रीकृष्णचैतन्य प्रभु नित्यानंद ।
श्री अद्वैत गदाधर श्रीवासादि गौर भक्तवृंद ॥
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की - माँ संतोषी भजन (Main Toh Aarti Utaru Re Santoshi Mata Ki)
प्रज्ञानं ब्रह्म महावाक्य (Prajnanam Brahma)
जिसकी लागी रे लगन भगवान में..! (Jiski Lagi Re Lagan Bhagwan Mein)
भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा: भजन (Bhajan: Bhari Unki Ankho Mein Hai Kitni Karuna)
षटतिला एकादशी व्रत कथा (Shat Tila Ekadashi Vrat Katha)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 7 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 7)
सावन भजन: आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी (Aai Bhagon Me Bahar Jhula Jhule Radha Rani)
श्री खाटू श्याम जी आरती (Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti)
गुरुदेव भजन (Guru Dev Bhajans)
धन धन भोलेनाथ बॉंट दिये, तीन लोक: भजन (Dhan Dhan Bholenath Bant Diye Teen Lok)
पद्मिनी एकादशी व्रत कथा (Padmini Ekadashi Vrat Katha)
श्रीदेवीजी की आरती - जगजननी जय! जय! (Shri Deviji Ki Aarti - Jaijanani Jai Jai)