कई जन्मों से बुला रही हूँ: भजन (Kai Janmo Se Bula Rahi Hun)

कई जन्मों से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा,

नजरों से नजरें मिला भी ना पाए,

मेरी नजर का कुसूर होगा ।

कई जन्मो से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा ॥




तुम ही तो मेरे मात पिता हो,


तुम ही तो मेरे बंधु सखा हो,


कितने नाते तुम संग जोडे,


कोई तो रिश्ता जरूर होगा ।

कई जन्मो से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा ॥




तुम ही तो मेरी आत्मा हो,


तुम ही तो मेरे परमात्मा हो,


मुझी में रहकर मुझी से पर्दा,


पर्दा हटाना जरूर होगा ।

कई जन्मो से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा ॥




कभी बुलाते हो वृंदावन में,


कभी बुलाते हो मधुबन में,


अपने घर में रोज बुलाते,


मेरे घर आना जरूर होगा ।

कई जन्मो से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा ॥




आंखों में बस गई तस्वीर तेरी,


दिल मेरा बन गया जागीर तेरी,


दास की विनती तुम्हारे आगे,


दर्श दिखाना जरूर होगा ।

कई जन्मो से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा ॥



कई जन्मों से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा,

नजरों से नजरें मिला भी ना पाए,

मेरी नजर का कुसूर होगा ।

कई जन्मो से बुला रही हूँ,

कोई तो रिश्ता जरूर होगा ॥

भजन: दिया थाली बिच जलता है.. (Diya Thali Vich Jalta Hai)

जिनके हृदय श्री राम बसे: भजन (Jinke Hridey Shri Ram Base)

इस योग्य हम कहाँ हैं, गुरुवर तुम्हें रिझायें: भजन (Is Yogya Ham Kahan Hain, Guruwar Tumhen Rijhayen)

धनवानों का मान है जग में.. (Dhanawanon Ka Mann Hai Jag Mein)

राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली। (Ram Nam Ke Heere Moti Main Bikhraun Gali Gali)

भजन: हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार (Hum Sab Milke Aaye Data Tere Darbar)

गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तैयारी है! (Gajanand Maharaj Padharo Kirtan Ki Taiyari Hai)

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल: भजन (Shri Govardhan Wasi Sanwarey Lal)

जय श्री वल्लभ, जय श्री विट्ठल, जय यमुना श्रीनाथ जी: भजन (Jai Shri Vallabh Jai Shri Vithal, Jai Yamuna Shrinathji)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा (Purushottam Mas Mahatmya Katha)

भजन: भगतो को दर्शन दे गयी रे (Bhagton Ko Darshan De Gayi Re Ek Choti Si Kanya)

गोपी गीत - जयति तेऽधिकं जन्मना (Gopi Geet - Jayati Te Dhikam Janmana)