हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन: भजन (Bhajan: Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan)
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
अष्ट सिद्धि, नव निद्दी के दाता,
दुखिओं के तुम भाग्यविदाता ।
सियाराम के काज सवारे,
मेरा करो उधार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
॥ हे दुःख भन्जन...॥
अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी,
तुम पर रीझे अवधबिहारी ।
भक्ति भाव से ध्याऊं तुम्हे,
कर दुखों से पार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
॥ हे दुःख भन्जन...॥
जपूं निरंतर नाम तिहरा,
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा ।
राम भक्त मोहे शरण मे लीजे,
भाव सागर से तार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
योगिनी एकादशी व्रत कथा! (Yogini Ekadashi Vrat Katha)
जन्माष्टमी भजन: यगोविंदा आला रे आला... (Govinda Aala Re Aala)
आए हैं प्रभु श्री राम, भरत फूले ना समाते: भजन (Aaye Hain Prabhu Shri Ram Bharat Fule Na Samate)
श्री सत्यनारायण कथा - पंचम अध्याय (Shri Satyanarayan Katha Pancham Adhyay)
करवा चौथ व्रत कथा: साहूकार के सात लड़के, एक लड़की की कहानी (Karwa Chauth Vrat Katha)
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप की (Sari Duniya Hai Diwani Radha Rani Aapki)
भजन: मैं तो संग जाऊं बनवास, स्वामी.. (Bhajan: Main Too Sang Jaun Banwas)
भजन: घर में पधारो गजानन जी! (Ghar Me Padharo Gajanan Ji)
आरती: श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं.. (Aarti: Shri Banke Bihari Teri Aarti Gaun)
तुलसी विवाह पौराणिक कथा (Tulsi Vivah Pauranik Katha)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 5 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 5)
होली भजन: फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद किशोर (Holi Bhajan: Faag Khelan Barasane Aaye Hain Natwar Nand Kishore)