थे झूलो री म्हारी मायड़ तो मन हरषे: भजन (The Jhulo Ri Mahari Mayad To Man Harshe)

दादी जी झूलो तो घालयो

थे झूलो री म्हारी मायड़ तो मन हरषे



टाबरिया थाने तो रिझावे

थे आओ तो म्हारी दादी तो मन हरषे



रंग बिरंगा फुलड़ा तो मैं लायी

थे झूलो री म्हारी मायड़ तो मन हरषे,



थारे बिना कोई जी म्हारो

म्हे थाने बुलावा दादी तो मन हरषे



उत्सव तो थारो दादी आयो

म्हारे मन को मयूरो नाचे थाने देख दादी,



झुंझनू तो पैदल मैं अस्य

ओ दादी थे तो आओ म्हारो मन हरषे

थे आओ तो म्हारी मयान तो मन हरषे,

तू प्यार का सागर है (Tu Pyar Ka Sagar Hai)

विधाता तू हमारा है: प्रार्थना (Vidhata Tu Hamara Hai: Prarthana)

अम्बे तू है जगदम्बे काली: माँ दुर्गा, माँ काली आरती (Maa Durga Maa Kali Aarti)

श्री शङ्कराचार्य कृतं - शिव स्वर्णमाला स्तुति (Shiv Swarnamala Stuti)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 26 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 26)

हवन-यज्ञ प्रार्थना: पूजनीय प्रभो हमारे (Hawan Prarthana: Pujniya Prabhu Hamare)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 5 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 5)

मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान: भजन (Marne Wala Hai Bhagwan Bachane Wala Hai Bhagwan)

तेरे चरण कमल में श्याम: भजन (Tere Charan Kamal Mein Shyam)

कामदा एकादशी व्रत कथा (Kamada Ekadashi Vrat Katha)

टूटी झोपड़िया मेरी माँ: भजन (Tuti Jhupdiya Meri Maa Garib Ghar Aajana)

जो शिव को ध्याते है, शिव उनके है: भजन (Jo Shiv Ko Dhyate Hain Shiv Unke Hain)