कहा प्रभु से बिगड़ता क्या: भजन (Kaha Prabhu Se Bigadta Kya)
कहा प्रभु से बिगड़ता क्या,
मेरी बिगड़ी बनाने में
मजा क्या आ रहा तुमको,
मुझे दर दर घूमाने में
वे बोले क्यों मेरे पीछे,
पड़ा तू रोज रहता है,
मैं बोला, दूसरा कोई
और बता दो जमाने में
वे बोले कि हजारों हैं,
करूंगा कृपा किस किस पर
मैं बोला साफ ही कह हो,
बचा कुछ नहीं खजाने में
वे बोले होश में बोलो,
नहीं तो रूठ जाऊँगा,
मैं बोला हो बड़े माहिर,
जल्दी रूठ जाने में
कहीं कुछ साधना की है,
वो बोले तो कहा मैंने
सुना है रीझ जाते हो
फकत आंसू बहाने में
वे बोले मेरी मर्जी है
करूंगा जो भी चाहूंगा
मैं बोला कर दो परिवर्तन,
करूणानिधि कहाने में
वे बोले करुणा दया न होती
तो जन राजेश न होते
मैं बोला हर्ज फिर क्या है,
मुझे मुख छवि दिखाने में
कहा प्रभु से बिगड़ता क्या,
मेरी बिगड़ी बनाने में
भजन: तुम रूठे रहो मोहन (Tum Ruthe Raho Mohan)
दुनियाँ रचने वाले को भगवान कहते हैं! (Duniya Rachne Wale Ko Bhagwan Kehte Hain)
जिनके हृदय श्री राम बसे: भजन (Jinke Hridey Shri Ram Base)
भजन: मेरो मॅन लग्यॉ बरसाने मे (Mero Man Lagyo Barsane Mei Jaha Viraje Radharani)
श्री गणेश आरती (Shri Ganesh Aarti)
तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया: भजन (Teri Surat Pe Jaun Balihari Rasiya)
सब में कोई ना कोई दोष रहा: भजन (Sab Main Koi Na Koi Dosh Raha)
आरती: श्री गंगा मैया जी (Shri Ganga Maiya Ji)
भगवान राम के राजतिलक में निमंत्रण से छूटे भगवान चित्रगुप्त (Ram Ke Rajtilak Me Nimantran Se Chhute Bhagwan Chitragupt)
जो भजे हरि को सदा: भजन (Jo Bhaje Hari Ko Sada So Hi Param Pada Pavega)
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो... (Hamare Sath Shri Raghunath Too Kis Baat Ki Chinta)
जिसकी लागी रे लगन भगवान में..! (Jiski Lagi Re Lagan Bhagwan Mein)