भजन: म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश (Mhane Jambhoji Diyo Upadesh)
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
मरूधर देश समराथल भूमि,
गुरूजी दियो उपदेश ।
पीपासर में प्रकट भया,
आय सुधारयो बागड देश ॥ १ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
बीदे ने विराट दिखायो पुल्हे जी ने पाताल ।
उन्नतीस नियम सुणाय गुरूजी पायो म्हाने अमृत पाहल ॥ २ ॥
सांगा राणा और नरेषां,
परच्यो महमद खान ।
लोदी सिकन्दर ऐसो परच्यो,
पढणी छोड दी कुरान ॥ ३ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
चिम्पी चोलो उणरे तन रो पडियो जांगलु मांय ।
चिम्पी चोले रा दरसण करस्यां न्हावाला बरसिंगाली जाय ॥ ४ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
मोखराम बंगांली वालो,
हरिचरणा लवलीन ।
दास जाण म्हापे किरपा कीज्यो,
भक्ति में होऊ प्रवीण ॥ ५ ॥
म्हाने जाम्भोजी दीयो उपदेश,
भाग म्हारो जागियो ॥
मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ: भजन (Main Do-Do Maa Ka Beta Hun)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 17 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 17)
श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव (Shri Siddhivinayak Aarti: Jai Dev Jai Dev)
जबसे बरसाने में आई, मैं बड़ी मस्ती में हूँ! (Jab Se Barsane Me Aayi Main Badi Masti Me Hun)
विधाता तू हमारा है: प्रार्थना (Vidhata Tu Hamara Hai: Prarthana)
सच्चा है माँ का दरबार, मैय्या का जवाब नहीं: भजन (Saccha Hai Maa Ka Darbar, Maiya Ka Jawab Nahi)
बोल राधे, बोल राधे: भजन (Bol Radhey, Bol Radhey)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 22 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 22)
परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन: भजन (Parishram Kare Koi Kitana Bhi Lekin)
शिव पूजा में मन लीन रहे मेरा: भजन (Shiv Puja Mai Mann Leen Rahe Mera)
भोग भजन: जीमो जीमो साँवरिया थे (Jeemo Jeemo Sanwariya Thye)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 1 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 1)