दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार: भजन (Duniya Se Jab Main Hara Too Aaya Tere Dwar)
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ पे भी जो हारा,
कहाँ जाऊंगा सरकार ॥
सुख में कभी ना तेरी याद है आई,
दुःख में सांवरिया तुमसे प्रीत लगाई,
सारा दोष है मेरा में करता हूँ स्वीकार,
यहाँ पे भी जो हारा,
कहाँ जाऊंगा सरकार ॥
मेरा तो क्या है में तो पहले से हारा,
तुमसे ही पूछेगा ये संसार सारा,
डूब गई क्यों नैया तेरे रहते खेवनहार,
यहाँ पे भी जो हारा,
कहाँ जाऊंगा सरकार ॥
सब कुछ गवाया बस लाज बची है,
तुझपे कन्हैया मेरी आस टिकी है,
सुना है तुम सुनते हो हम जेसो की पुकार,
यहाँ पे भी जो हारा,
कहाँ जाऊंगा सरकार ॥
जिनको सुनाया सोनू अपना फ़साना,
सबने बताया मुझे तेरा ठिकाना,
सब कुछ छोड़ के आखिर आया तेरे दरबार,
यहाँ पे भी जो हारा,
कहाँ जाऊंगा सरकार ॥
तत्त्वमसि महावाक्य (Tatwamasi)
जन्माष्टमी भजन: यगोविंदा आला रे आला... (Govinda Aala Re Aala)
कीर्तन रचो है म्हारे आंगने - भजन (Kirtan Racho Hai Mhare Angane)
तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम... (Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam)
भजन: श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी (Bhajan: Shri Krishna Govind Hare Murari)
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा! (Radha Dundh Rahi Kisine Mera Shyam Dekha)
आरती: ॐ जय महावीर प्रभु (Om Jai Mahaveer Prabhu)
मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान! (Milta Hai Sachha Sukh Keval Bhagwan Tere Charno Me)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 6 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 6)
मेरो राधा रमण गिरधारी (Mero Radha Raman Girdhaari)
भजन: दुनिया बनाने वाले महिमा तेरी निराली। (Bhajan: Duniya Banane Wale Mahima Teri Nirali)
राम को देख कर के जनक नंदिनी: भजन (Ram Ko Dekh Ke Janak Nandini)