भजन: कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार! (Bhajan: Kumar Maine Dekhe, Sundar Sakhi Do Kumar)

कुमार मैने देखे,

सुंदर सखी दो कुमार ।

कुमार मैने देखे,

सुंदर सखी दो कुमार ।



हाथों में फूलों का दौना भी सोहे

सुंदर गले में सोहे हार,

कुमार मैने देखे ।

॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥



सुंदर सलौने बांके रसीले

मोह लिए नर नारी,

कुमार मैने देखे ।

॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥



मुनियों का यज्ञ इन्होंने रचाया

दीनो की सुनते पुकार,

कुमार मैने देखे ।

॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥



भक्तों के जीवन, संतों के प्यारे

सब के हैं प्राण आधार,

कुमार मैने देखे ।

॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥



करुणा के सागर, दशरथ के दुलारे

सब इनसे करते हैं प्यार,

कुमार मैने देखे ।

॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥



पल भर में अपने, चरणों की रज से

नारी अहिल्या दी तार,

कुमार मैने देखे ।

॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥



कुमार मैने देखे,

सुंदर सखी दो कुमार ।

कुमार मैने देखे,

सुंदर सखी दो कुमार ।

मंगल मूरति राम दुलारे: भजन (Mangal Murati Ram Dulare)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 29 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 29)

प्रेरक कथा: श्री कृष्ण मोर से, तेरा पंख सदैव मेरे शीश पर होगा! (Prerak Katha Shri Krishn Mor Se Tera Aankh Sadaiv Mere Shish)

ऐसा प्यार बहा दे मैया: भजन (Aisa Pyar Baha De Maiya)

महेश वंदना: किस विधि वंदन करू तिहारो (Kis Vidhi Vandan Karun Tiharo Aughardani)

सजा दो घर को गुलशन सा: भजन (Sajado Ghar Ko Gulshan Sa)

शंकर शिव शम्भु साधु सन्तन सुखकारी: भजन (Shankar Shiv Shambhu Sadhu Santan Sukhkari)

दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी: भजन (Door Nagari Badi Door Nagri)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 26 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 26)

आरती: श्री पार्वती माँ (Shri Parvati Maa)

सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये: भजन (Sita Ram Sita Ram Sita Ram Kahiye)

प्रभुजी मोरे अवगुण चित ना धरो (Prabhuji More Avgun Chit Naa Dharo)