भजन: जय हो शिव भोला भंडारी! (Jai Ho Shiv Bhola Bhandari Lela Aprampar Tumhari Bhajan)
जय हो शिव भोला भंडारी,
लीला अपरंपार तुम्हारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
तेरे भक्त पे संकट भारी,
रक्षा कीजिये हे त्रिपुरारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
॥ जय हो शिव भोला भंडारी...॥
मेरी विनती सुनो हे अवनाशी,
किरपा करदो प्रभु घट-घट वासी,
अब तो लेलो खबर हमारी,
तुम हो भक्तो के हितकारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
॥ जय हो शिव भोला भंडारी...॥
मेरी नैया फसी प्रभु मझधार में,
कोई तुमसा दयालु न संसार में,
माना पतित बड़ा भारी,
भोले आप हो मंगलकारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
॥ जय हो शिव भोला भंडारी...॥
आप के चरणों की धूल जो पाएंगे,
सारे बदल वो दुःख के झट जायेगे,
तूने उसकी बिपदा टाली,
आया शरण जो नाथ तुम्हारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
जय हो शिव भोला भंडारी,
लीला अपरंपार तुम्हारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
तेरे भक्त पे संकट भारी,
रक्षा कीजिये हे त्रिपुरारी,
लेके नाम, तेरा नाम,
तेरे धाम आ गए,
शिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं (Shiv Stuti: Om Vande Dev Umapatin Surguru)
पाण्डव निर्जला एकादशी व्रत कथा! (Nirjala Ekadashi Vrat Katha)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 11 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 11)
बिल्वाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् (Bilva Ashtottara Shatnam Stotram)
भजन: हमने आँगन नहीं बुहारा.. (Hamne Aangan Nahi Buhara, Kaise Ayenge Bhagwan)
दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ: भजन (Dedo Apni Pujarin Ko Vardan Maa)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 18 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 18)
मां नर्मदाजी आरती (Aarti Shri Narmada Maiya)
मंत्र: ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। (Om Sarve Bhavantu Sukhinaha)
तुम शरणाई आया ठाकुर: शब्द कीर्तन (Tum Sharnai Aaya Thakur)
जय रघुनन्दन, जय सिया राम: भजन (Jai Raghunandan Jai Siya Ram Bhajan)
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया: भजन (Data Ek Ram Bhikhari Sari Duniya)