जन्माष्टमी भजन: ढँक लै यशोदा नजर लग जाएगी (Dhank Lai Yashoda Najar Lag Jayegi)

ढँक लै यशोदा नजर लग जाएगी

कान्हा को तेरे नजर लग जाएगी।



तेरे लला के घूँघर वाले बाल हैं,

मोर मुकुट को नजर लग जाएगी।

॥ ढँक लै यशोदा...॥



तेरे लला के बड़े बड़े नैन हैं,

काजर की रेख, नजर लग जाएगी।

॥ ढँक लै यशोदा...॥



तेरे लला के छोटे छोटे हाथ हैं,

बाँस की बन्सी, नजर लग जाएगी।

॥ ढँक लै यशोदा...॥



तेरे लला के छोटे छोटे पाँव हैं,

रुनझुन पैंजनिया, नजर लग जाएगी।

॥ ढँक लै यशोदा...॥



ढँक लै यशोदा नजर लग जाएगी

कान्हा को तेरे नजर लग जाएगी।

हे दयामय आप ही संसार के आधार हो। (Hey Dayamay Aap Hi Sansar Ke Adhar Ho)

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा! (Radha Dundh Rahi Kisine Mera Shyam Dekha)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 11 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 11)

भजन: गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में (Ganapati Aaj Padharo Shri Ramaji Ki Dhun Me)

कहा प्रभु से बिगड़ता क्या: भजन (Kaha Prabhu Se Bigadta Kya)

शरण में आये हैं हम तुम्हारी: भजन (Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari)

आज तो गुरुवार है, सदगुरुजी का वार है (Aaj To Guruwar hai, Sadguru Ka War Hai)

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरती (Bhagwan Shri Chitragupt Aarti)

जय राधे, जय कृष्ण, जय वृंदावन: भजन (Jaya Radhe Jaya Krishna Jaya Vrindavan)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 19 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 19)

मै हूँ बेटी तू है माता: भजन (Main Hoon Beti Tu Hai Mata)

तुम शरणाई आया ठाकुर: शब्द कीर्तन (Tum Sharnai Aaya Thakur)