आए हैं प्रभु श्री राम, भरत फूले ना समाते: भजन (Aaye Hain Prabhu Shri Ram Bharat Fule Na Samate)
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
तन पुलकित मुख बोल ना आए,
प्रभु पद कमल रहे हिए लाये ।
भूमि पड़े हैं भरत जी,
उन्हें रघुनाथ उठाते हैं ॥
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
प्रेम सहित निज हिय से लगाए,
नैनो में तब जल भर आए ।
मिल के गले चारों भैया,
खुशी के आंसू बहाते हैं ॥
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
नर नारी सब मंगल गावे,
नव से सुमन देव बरसावे ।
भक्त सभी जन मिलके,
अवध में दीपक जलाते हैं ॥
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
आए हैं प्रभु श्री राम,
भरत फूले ना समाते हैं ।
अहोई अष्टमी और राधाकुण्ड से जुड़ी कथा (Ahoi Ashtami And Radhakund Katha)
श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव (Shri Siddhivinayak Aarti: Jai Dev Jai Dev)
जिसको नही है बोध, तो गुरु ज्ञान क्या करे (Jisko Nahi Hai Bodh Guru Gyan Kya Kare)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 2 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 2)
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल: भजन (Shri Govardhan Wasi Sanwarey Lal)
मंत्र: श्री गणेश - वक्रतुण्ड महाकाय (Vakratunda Mahakaya Ganesh Shlok)
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम: भजन (Batao Kahan Milega Shyam)
भजन: पूछ रही राधा बताओ गिरधारी (Pooch Rahi Radha Batao Girdhari)
तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया: भजन (Teri Surat Pe Jaun Balihari Rasiya)
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की - माँ संतोषी भजन (Main Toh Aarti Utaru Re Santoshi Mata Ki)
ओम अनेक बार बोल! (Om Anek Bar Bol Prem Ke Prayogi)
श्री बालाजी आरती, ॐ जय हनुमत वीरा (Shri Balaji Ki Aarti, Om Jai Hanumat Veera)