श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए: भजन (Shyama Tere Charno Ki, Gar Dhool Jo Mil Jaye)

श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए ।

सच कहता हूँ मेरी

तकदीर बदल जाए ॥



श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की



सुनता हूँ तेरी रहमत,

दिन रात बरसती है ।

एक बूँद जो मिल जाए,

दिल की कली खिल जाए ॥



श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की



यह मन बड़ा चंचल है,

कैसे तेरा भजन करूँ ।

जितना इसे समझाऊं,

उतना ही मचल जाए ॥



श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की



नजरों से गिराना ना,

चाहे जितनी सजा देना ।

नजरों से जो गिर जाए,

मुश्किल ही संभल पाए ॥



श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की



श्यामा इस जीवन की

बस एक तमन्ना है ।

तुम सामने हो मेरे और

प्राण निकल जाए ॥



श्यामा तेरे चरणों की,

राधे तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए ।

सच कहता हूँ मेरी

तकदीर बदल जाए ॥

कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना! (Kaise Jiun Main Radha Rani Tere Bina)

भजन: राम को देख कर के जनक नंदिनी, और सखी संवाद (Ram Ko Dekh Ke Janak Nandini Aur Sakhi Samvad)

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा (Utpanna Ekadashi Vrat Katha)

पाण्डव निर्जला एकादशी व्रत कथा! (Nirjala Ekadashi Vrat Katha)

वट सावित्री व्रत कथा (Vat Savitri Vrat Katha)

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले: भजन (Mujhe Kaun Poochhta Tha Teri Bandagi Se Pahle)

मीरा बाई भजन: ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी (Ae Ri Main To Prem Diwani)

श्री सत्यनारायण कथा - चतुर्थ अध्याय (Shri Satyanarayan Katha Chaturth Adhyay)

न मैं धान धरती न धन चाहता हूँ: कामना (Na Dhan Dharti Na Dhan Chahata Hun: Kamana)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 2 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 2)

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 19 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 19)

भजन: मानो तो मैं गंगा माँ हूँ.. (Mano Toh Main Ganga Maa Hun)