शंख पूजन मन्त्र (Shankh Poojan Mantra)
शंख को पूजा कार्य मे सम्लित करने हेतु, निम्न लिखित मंत्र का जप करना चाहिए।
त्वंपुरा सागरोत्पन्न विष्णुनाविघृतःकरे ।
देवैश्चपूजितः सर्वथौपाच्चजन्यमनोस्तुते ॥
सरल भाव:
त्वं पुरा सागरोत्पन्न विष्णुना विधृत: करे ।
देवैश्चपूजितः सर्वथौ पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते ॥
तुम शरणाई आया ठाकुर: शब्द कीर्तन (Tum Sharnai Aaya Thakur)
सकट चौथ व्रत कथा: एक साहूकार और साहूकारनी (Sakat Chauth Pauranik Vrat Katha - Ek Sahukar Aur Ek Sahukarni)
श्री शिवमङ्गलाष्टकम् (Shiv Mangalashtakam)
आरती: माँ सरस्वती जी (Maa Saraswati Ji)
श्री सत्यनारायण कथा - पंचम अध्याय (Shri Satyanarayan Katha Pancham Adhyay)
आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन: भोग आरती (Aao Bhog Lagao Mere Mohan: Bhog Aarti)
संकटनाशन गणेश स्तोत्र - प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम (Shri Sankat Nashan Ganesh Stotra)
सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को: भजन (Suraj Ki Garmi Se Jalte Hue Tan Ko)
कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा (Kahna Ve Assan Tera Janmdin Manavna)
सदाशिव सर्व वरदाता, दिगम्बर हो तो ऐसा हो - भजन (Sada Shiv Sarva Var Data Digamber Ho To Aisa Ho)
हर हाल में खुश रहना: भजन (Har Haal Me Khush Rehna)
विधाता तू हमारा है: प्रार्थना (Vidhata Tu Hamara Hai: Prarthana)