कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी शरण आने के बाद (Kuch Nahi Bigadega Tera Hari Sharan Aane Ke Baad)

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।

हर ख़ुशी मिल जायेगी तुझे,

चरणों में झुक जाने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।



प्रेम के मंजिल के राही,

कष्ट पाते हैं मगर,

बीज़ फलता है सदा,

मिट्टी में मिल जानें के बाद,



कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।



देख़कर काली घटा को,

ए भ्रमर मत हो निराश,

बंद कलियाँ भी खिलेंगी,

रात ढल जानें के बाद,



कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।



पूछों इन फूलों से जाकर,

छाई है कैसे बहार,

कब तलाक काँटों पे सोया,

डाल पर आने के बाद,



कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।



जब तलक है भेद मन में,

कुछ नहीं कर पायेगा,

रंग लाएगा ये साधन,

भेद मिट जाने के बाद,



कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।



कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।

हर ख़ुशी मिल जायेगी तुझे,

चरणों में झुक जाने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा,

हरी शरण आने के बाद ।

विन्ध्येश्वरी आरती: सुन मेरी देवी पर्वतवासनी (Sun Meri Devi Parvat Vasani)

सावन की बरसे बदरिया: भजन (Sawan Ki Barse Badariya Maa Ki Bhingi Chunariya)

मेरी झोपड़ी के भाग, आज खुल जाएंगे: भजन (Meri Jhopdi Ke Bhag Aaj Khul Jayenge)

श्री झूलेलाल आरती- ॐ जय दूलह देवा! (Shri Jhulelal Om Jai Doolah Deva)

भजन: करदो करदो बेडा पार राधे अलबेली सरकार (Kardo Kardo Beda Paar Radhe Albeli Sarkar)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 7 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 7)

दीप प्रज्वलन मंत्र: शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् (Deep Prajwalan Mantra: Shubham Karoti Kalyanam Aarogyam)

श्री शङ्कराचार्य कृतं - अर्धनारीनटेश्वर स्तोत्र॥ (Ardhnarishwar Stotram)

भोले नाथ का मैं बनजारा: भजन (Bholenath Ka Main Banjara)

प्रार्थना: तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो (Prayer Tumhi Ho Mata Pita Tumhi Ho )

॥दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं॥ (Daridraya Dahana Shiv Stotram)

गुरुदेव भजन (Guru Dev Bhajans)