राम भजा सो जीता जग में - भजन (Ram Bhaja So Jeeta Jag Me)
राम भजा सो जीता जग में,
राम भजा सो जीता रे।
हृदय शुद्ध नही कीन्हों मूरख,
कहत सुनत दिन बीता रे।
राम भजा सो जीता जग में ...
हाथ सुमिरनी, पेट कतरनी,
पढ़ै भागवत गीता रे।
हिरदय सुद्ध किया नहीं बौरे,
कहत सुनत दिन बीता रे।
राम भजा सो जीता जग में ...
और देव की पूजा कीन्ही,
हरि सों रहा अमीता रे।
धन जौबन तेरा यहीं रहेगा,
अंत समय चल रीता रे।
राम भजा सो जीता जग में ...
बाँवरिया बन में फंद रोपै,
संग में फिरै निचीता रे।
कहे 'कबीर' काल यों मारे,
जैसे मृग कौ चीता रे।
राम भजा सो जीता जग में ...
तुम करुणा के सागर हो प्रभु: भजन (Tum Karuna Ke Sagar Ho Prabhu)
आरती: ॐ जय महावीर प्रभु (Om Jai Mahaveer Prabhu)
प्रेम मुदित मन से कहो, राम राम राम: भजन (Prem Mudit Mann Se Kaho, Ram Ram Ram)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 13 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 13)
पाण्डव निर्जला एकादशी व्रत कथा! (Nirjala Ekadashi Vrat Katha)
मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान! (Milta Hai Sachha Sukh Keval Bhagwan Tere Charno Me)
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है: भजन (Jara Der Thehro Ram Tamanna Yahi Hai)
आरती: श्री महावीर भगवान | जय सन्मति देवा (Shri Mahaveer Bhagwan 3 Jai Sanmati Deva)
भजन: बाबा ये नैया कैसे डगमग डोली जाये (Baba Ye Naiya Kaise Dagmag Doli Jaye)
आरती: श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं.. (Aarti: Shri Banke Bihari Teri Aarti Gaun)
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार: भजन (Teri Mand Mand Mushakniya Pe Balihar)
दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले: भजन (Doosron Ka Dukhda Door Karne Wale)