मंगल गीत: हेरी सखी मंगल गावो री.. (Mangal Geet: Heri Sakhi Mangal Gavo Ri..)
चोख पुरावो, माटी रंगावो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे
खबर सुनाऊ जो,
खुशी ये बताऊँ जो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
हेरी/ओरी सखी मंगल गावो री,
धरती अम्बर सजाओ री,
उतरेगी आज मेरे पिया की सवारी,
हेरी कोई काजल लाओ री,
मोहे काला टीका लगाओ री,
उनकी छब से दिखूं में तो प्यारी,
लक्ष्मी जी वारो , नजर उतारो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
रंगो से रंग मिले, नए-नए ढंग खिले,
खुशी आज द्वारे मेरे डाले है डेरा,
पीहू पीहू पपीहा रटे,
कुहू कुहू कोयल जपे,
आँगन-आँगन है परियो ने घेरा,
अनहद नाद. बजाओ रे सब-मिल,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
चोख पुरावो, माटी रंगावो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे
खबर सुनाऊ जो,
खुशी ये बताऊँ जो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं: भजन (Achyutam Keshavam Krishna Damodaram)
मोहिनी एकादशी व्रत कथा (Mohini Ekadashi Vrat Katha)
जय जय सुरनायक जन सुखदायक: भजन (Jai Jai Surnayak Jan Sukhdayak Prantpal Bhagvant)
एकादशी माता की आरती (Ekadashi Mata Ki Aarti)
श्री शङ्कराचार्य कृतं - वेदसारशिवस्तोत्रम् (Vedsara Shiv Stotram)
भजन: ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है (O Sanware Humko Tera Sahara Hai)
गजानन करदो बेड़ा पार: भजन (Gajanan Kardo Beda Paar)
प्रभु! स्वीकारो मेरे परनाम (Prabhu Sweekaro Mere Paranam)
भजन: नाचे नन्दलाल, नचावे हरि की मईआ! (Bhajan: Nache Nandlal Nachave Hari Ki Maiya)
आरती: माँ सरस्वती जी (Maa Saraswati Ji)
माँ अन्नपूर्णा की आरती (Maa Annapurna Ji Ki Aarti)
राम जपते रहो, काम करते रहो: भजन (Ram Japate Raho, Kam Karte Raho)