तुम करुणा के सागर हो प्रभु: भजन (Tum Karuna Ke Sagar Ho Prabhu)
तुम करुणा के सागर हो प्रभु
मेरी गागर भर दो थके पाँव है
दूर गांव है अब तो किरपा कर दो
तुम करुणा के सागर हो प्रभु
हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे राम हरे राम,
राम राम हरे हरे
क्लेश द्वेष से भरा ये मन है,
मैला मेरा तन है
तुम कृपाला दीन दयाला,
तुमसे ही जीवन है
इस तन मन को उपवन करने,
का वरदान वर दो
तुम करुणा के सागर हो प्रभु
हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे राम हरे राम,
राम राम हरे हरे
याचक बन कर खड़ा हूँ द्वारे,
दोनों हाथ मैं जोड़े
परम पिता तुमको मैं जानू,
पिता न बालक छोड़े
दास नारायण करे अर्चना,
मेरी पीरा हर दो
तुम करुणा के सागर हो प्रभु
हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे राम हरे राम,
राम राम हरे हरे
भवान्यष्टकम्न - तातो न माता (Bhavani Ashtakam)
श्री बालाजी आरती, ॐ जय हनुमत वीरा (Shri Balaji Ki Aarti, Om Jai Hanumat Veera)
भजन: कलियुग में सिद्ध हो देव तुम्हीं! (Bhajan: Kalyug Mein Sidh Ho Dev Tumhin Hanuman)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 11 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 11)
अपरा / अचला एकादशी व्रत कथा (Apara / Achala Ekadashi Vrat Katha)
शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर (Shiv Stuti: Ashutosh Shashank Shekhar)
भजन: हे भोले शंकर पधारो (Hey Bhole Shankar Padharo)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 1 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 1)
माँ रेवा: थारो पानी निर्मल (Maa Rewa: Tharo Pani Nirmal)
बांके बिहारी की देख छटा: भजन (Banke Bihari Ki Dekh Chhata)
भजन: द्वार पे गुरुदेव के हम आगए (Dwar Pe Gurudev Ke Ham Aagaye)
हरी सिर धरे मुकुट खेले होरी: होली भजन (Hari Sir Dhare Mukut Khele Hori)