पत्नीं मनोरमां देहि - सुंदर पत्नी प्राप्ति मंत्र (Patni Manoraman Dehi)
दुर्गा सप्तशती के इस मंत्र के जाप से सुन्दर, सुलोचना, सभी गुणों से युक्त, मनचाही और घर को बसाने वाली पत्नी मिलती है। इस मंत्र का जाप कुंवारे व्यक्ति को ही करना चाहिए।
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानु सारिणीम् ।
तारिणींदुर्गसं सारसागरस्य कुलोद्भवाम् ॥
- दुर्गा सप्तशती
श्री जग्गनाथ आरती - चतुर्भुज जगन्नाथ (Shri Jagganath Aarti - Chaturbhuja Jagannatha)
नाग पंचमी पौराणिक कथा! (Nag Panchami Pauranik Katha)
तुम्हारी जय हो वीर हनुमान भजन (Tumhari Jai Ho Veer Hanuman Bhajan)
मैं तो बांके की बांकी बन गई (Main Toh Banke Ki Banki Ban Gayi)
भजन: अब मैं सरण तिहारी जी (Ab Main Saran Tihari Ji)
हरि कर दीपक, बजावें संख सुरपति (Hari Kar Deepak Bajave Shankh Surpati)
Ashadha Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha (Ashadha Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha)
बांके बिहारी मुझको देना सहारा! (Banke Bihari Mujhko Dena Sahara)
रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया: भजन (Rama Rama Ratate Ratate)
वरुथिनी एकादशी व्रत कथा (Varuthini Ekadashi Vrat Katha)
जन्माष्टमी भजन: यगोविंदा आला रे आला... (Govinda Aala Re Aala)
बांके बिहारी की देख छटा: भजन (Banke Bihari Ki Dekh Chhata)