भजन: द्वार पे गुरुदेव के हम आगए (Dwar Pe Gurudev Ke Ham Aagaye)

द्वार पे गुरुदेव के हम आ गए ।

ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥



देखलो हमको भला दर्शन हुआ ।

प्रेम हिरदे में मगन प्रसन्न हुआ ॥



हर तरफ आनन्द ही आनन्द छा गए ।

ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥



भाव श्रद्धा के सुमन अर्पण करें ।

रात दिन हरि हरि सुमरण करें ॥



मंत्र सतगुरुजी हमें बतला गए ।

ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥