भोले नाथ का मैं बनजारा: भजन (Bholenath Ka Main Banjara)
भोले नाथ का मैं बनजारा,
छोड़ दिया मैंने जग सारा,
पता बता दो नील कंठ का,
पता बता दो नील कंठ का,
मैं जाऊ शिव धाम,
के मुझे कही नहीं जाना,
शिव का मैं हु सवाली,
भटक रहा हूँ जंगल जंगल,
छोड़ दिया है मैंने अनजल,
जब तक भोले नहीं मिलेगे,
करू नहीं आराम,
के मुझे कही नहीं जाना,
शिव का मैं हूँ सवाली,
शिव सेवक हूँ मैं मतवाला,
बाबा मेरा देव निराला,
ढुंडत ढुंडत शिवशंकर को,
ढुंडत ढुंडत शिवशंकर को,
सुबह से हो गई शाम,
के मुझे कही नहीं जाना,
शिव का मैं हूँ सवाली,
यो भी मिला है मुझे हाथ से,
काम करूँगा दोनों हाथ से,
पैरो की उपकार में उसका,
पैरो की उपकार में उसका,
मानूँगा आठो याम ,
के मुझे कही नहीं जाना,
शिव का मैं हूँ सवाली,
भोले नाथ का मैं बनजारा,
छोड़ दिया मैंने जग सारा,
पता बता दो नील कंठ का,
पता बता दो नील कंठ का,
मैं जाऊ शिव धाम,
के मुझे कही नहीं जाना,
शिव का मैं हु सवाली,
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 23 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 23)
रम गयी माँ मेरे रोम रोम में: भजन (Ram Gayi Maa Mere Rom Rom Main)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 16 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 16)
आपने अपना बनाया मेहरबानी आपकी: भजन (Aapne Apna Banaya Meharbani Aapki)
अहोई अष्टमी और राधाकुण्ड से जुड़ी कथा (Ahoi Ashtami And Radhakund Katha)
माँ बगलामुखी अष्टोत्तर-शतनाम-स्तोत्रम् (Maa Baglamukhi Ashtottara Shatnam Stotram)
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला! (Prabhu Mere Mann Ko Banado Shivalay)
भजन: अयोध्या करती है आव्हान.. (Ayodhya Karti Hai Awhan)
जय सन्तोषी माता: आरती (Jai Santoshi Mata Aarti)
भजन: बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए (Beta Jo Bulaye Maa Ko Aana Chahiye)
श्री बद्रीनाथजी की आरती (Shri Badrinath Aarti)
मुरली बजा के मोहना! (Murli Bajake Mohana Kyon Karliya Kinara)