विटामिन की खोज किसने की


"मुझे यह स्वीकार करना चाहिए कि जब मैंने 'विटामिन' नाम चुना, तो मुझे अच्छी तरह पता था कि ये पदार्थ बाद में अमीन प्रकृति के नहीं साबित हो सकते हैं।
                                                                                                                                                                                       --कैस्मिर फंक

 

विटामिन की खोज 1912 में कैस्मिर फंक (Casimir Funk) नामक एक बायोकेमिस्ट ने की थी। अपने एक प्रयोग में उन्होंने पाया कि कुछ सूक्ष्म पोषक तत्व (micronutrients) होते हैं जो हमारे शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। शुरू में उन्हें लगा कि ये सभी पोषक तत्व अमीन समूह के हैं। इसलिए कैस्मिर फंक ने उनका नाम वाइटल ( Vital) एमाइंस रखा। वाइटल एक अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ है महत्वपूर्ण और अमीन कार्बनिक रसायन विज्ञान में एक सक्रिय समूह है।

 

वाइटल ऐमीन्स के नाम इसलिए रखे गए हैं क्योंकि ये शरीर के लिए भी महत्वपूर्ण हैं और कैस्मिर फंक ऐमीन समूह से संबंधित हैं। महत्वपूर्ण अमाइन को अब संक्षेप में विटामिन कहा जाता है। लेकिन थोड़ी देर बाद यह पुष्टि हो गई कि सभी विटामिन अमीन समूह के नहीं हैं, फिर "ई" को हटा दिया गया, जिसे अब विटामिन कहा जाता है। कैस्मिर फंक एक पोलिश जैव रसायनज्ञ (Polish biochemist ) थे।

 

उनका जन्म 23 फरवरी, 1884 को पोलैंड की राजधानी वारसॉ में हुआ था। उन्होंने बर्न विश्वविद्यालय, स्विट्जरलैंड, पादरी संस्थान, पेरिस और बर्लिन विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। वह 1915 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और वहां विभिन्न शोध पदों पर रहे। कैस्मिर फंक ने अपने जीवनकाल में विटामिन बी1, बी2, सी और डी की खोज की।

 

वह विटामिन की खोज और उनकी उपयोगिता साबित करने के लिए प्रसिद्ध हुए। उन्होंने हार्मोन, मधुमेह और कैंसर पर भी शोध किया। 19 नवंबर 1967 को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में उनका निधन हो गया।