कन्या राशि


2018 के अनुसार प्रेम व दाम्पत्य-प्रेम व दाम्पत्य के मामले में इस वर्ष औसत अनुकूलता नज़र आ रही है. प्रेम के स्थान का स्वामी शनि अपने से द्वादस यानी चतुर्थ भाव में स्थित है जो कि अच्छी स्थिति नहीं मानी गई है. यानी प्रेम के मामले में लापरवाही बरतने की स्थिति में सम्बंधों में कमजोरी आ सकती है. कभी कभार मन में नीरसता के भाव आ सकते हैं. जो प्रेम की कसावट में कभी का कारक बन सकता है. सितम्बर के बाद गुरु का गोचर आपके तीसरे भाव में होगा और तीसरे भाव से वह आपके सप्तम भाव को देखेगा जो दाम्पत्य जीवन में मधुरता लाने का काम करेगा. यदि उम्र विवाह की हो चली है तो उस मामले में सितम्बर के बाद की गई पहल रंग लाएगी. वर्षांत में प्रेम सगाई व विवाह के सुंदर योग निर्मित हो रहे हैं.