शंकर मेरा प्यारा.. माँ री माँ मुझे मूरत ला दे (Shankar Mera Pyara.. Maa Ri Maa Mujhe Murat La De)
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ वो डमरू वाला,
तन पे पहने मृग की छाला ।
रात मेरे सपनो में आया,
आ के मुझ को गले लगाया ।
गले लगा कर मुझ से बोला,
मैं हूँ तेरा रखवाला ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ वो मेरा स्वामी,
मैं उस के पट की अनुगामी ।
वो मेरा है तारण हारा,
उस से मेरा जग उजारा ।
है प्रभु मेरा अन्तर्यामी,
सब का है वो रखवाला ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
दानी बड़ा ये भोलेनाथ, पूरी करे मन की मुराद! (Dani Bada Ye Bholenath Puri Kare Man Ki Murad)
मैं तो बांके की बांकी बन गई (Main Toh Banke Ki Banki Ban Gayi)
प्रेरक कथा: नारायण नाम की महिमा! (Prerak Katha Narayan Nam Ki Mahima)
भजन: मगन ईश्वर की भक्ति में.. (Magan Ishwar Ki Bhakti Me Are Mann Kiyon Nahin Hota)
श्री बद्रीनाथजी की आरती (Shri Badrinath Aarti)
मंगल को जन्मे, मंगल ही करते: भजन (Mangal Ko Janme Mangal Hi Karte)
श्री लक्ष्मी सुक्तम् - ॐ हिरण्यवर्णां हरिणींसुवर्णरजतस्रजाम् (Sri Lakshmi Suktam - Om Hiranya Varnam)
सुबह सुबह ले शिव का नाम: भजन (Subah Subah Le Shiv Ka Naam)
चक्रवर्ती राजा दिलीप की गौ-भक्ति कथा (Chakravarthi Raja Dileep Ki Gau Bhakti Katha)
ऋषि पंचमी व्रत कथा (Rishi Panchami Vrat Katha)
नाम त्रय अस्त्र मन्त्र (Nama Traya Astra Mantra)
भगवान मेरी नैया, उस पार लगा देना: भजन (Bhagwan Meri Naiya Us Par Gaga Dena)