दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी: भजन (Door Nagari Badi Door Nagri)
दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हैया,
तेरी गोकुल नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हाई,
तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
रात में आऊं तो कान्हा, डर मोहे लागे
दिन में आऊं तो, देखे सारी नगरी
बड़ी दूर नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हाई, तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
सखी संग आऊं कान्हा, शर्म मोहे लागे
अकेली आऊं तो भूल जाऊ डगरी
बड़ी दूर नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हाई, तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
धीरे धीरे चालूँ कान्हा, कमर मोरी लचके
झटपट चालूँ तो छलकाए गगरी
बड़ी दूर नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हाई, तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हाई, तेरी गोकुल नगरी
बड़ी दूर नगरी
बिनती सुनिए नाथ हमारी.. भजन (Bhajan: Binati Suniye Nath Hamari)
जगदीश ज्ञान दाता: प्रार्थना (Jagadish Gyan Data: Prarthana)
राम नाम जपते रहो, जब तक घट घट मे प्राण (Ram Nam Japte Raho, Jab Tak Ghat Ghat Me Ram)
मंत्र: ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। (Om Sarve Bhavantu Sukhinaha)
बांके बिहारी की देख छटा: भजन (Banke Bihari Ki Dekh Chhata)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 9 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 9)
तू प्यार का सागर है (Tu Pyar Ka Sagar Hai)
सतगुरु मैं तेरी पतंग: गुरु भजन (Satguru Main Teri Patang)
भजन: कभी धूप कभी छाँव (Kabhi Dhoop Kabhi Chhaon)
संकटा माता व्रत कथा (Sankata Mata Vrat Katha)
बुद्धं शरणं गच्छामि (Buddham Saranam Gachami)
घुमा दें मोरछड़ी: भजन (Ghuma De Morchadi)