बेलपत्र / बिल्वपत्र चढ़ाने का मंत्र (Belpatra Mantra)
नमो बिल्ल्मिने च कवचिने च नमो वर्म्मिणे च वरूथिने च
नमः श्रुताय च श्रुतसेनाय च नमो
दुन्दुब्भ्याय चा हनन्न्याय च नमो घृश्णवे॥
दर्शनं बिल्वपत्रस्य स्पर्शनम् पापनाशनम् ।
अघोर पाप संहारं बिल्व पत्रं शिवार्पणम् ॥
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुधम् ।
त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम् ॥
अखण्डै बिल्वपत्रैश्च पूजये शिव शंकरम् ।
कोटिकन्या महादानं बिल्व पत्रं शिवार्पणम् ॥
गृहाण बिल्व पत्राणि सपुश्पाणि महेश्वर ।
सुगन्धीनि भवानीश शिवत्वंकुसुम प्रिय ॥
जन्मे अवध रघुरइया हो: भजन (Janme Awadh Raghuraiya Ho)
यही आशा लेकर आती हूँ: भजन (Bhajan: Yahi Aasha Lekar Aati Hu)
करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं - माँ संतोषी भजन (Karti Hu Tumhara Vrat Main)
आरती: वैष्णो माता (Aarti: Vaishno Mata)
हर महादेव आरती: सत्य, सनातन, सुंदर (Har Mahadev Aarti: Satya Sanatan Sundar)
रमा एकादशी व्रत कथा (Rama Ekadashi Vrat Katha)
राम नाम लड्डू, गोपाल नाम घी.. (Ram Naam Ladd, Gopal Naam Gee)
उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा (Utpanna Ekadashi Vrat Katha)
भजन: दिया थाली बिच जलता है.. (Diya Thali Vich Jalta Hai)
भजन: नाचे नन्दलाल, नचावे हरि की मईआ! (Bhajan: Nache Nandlal Nachave Hari Ki Maiya)
शरण में आये हैं हम तुम्हारी: भजन (Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari)
गुरु स्तुति (Guru Stuti)