जनगणना २०२१ की विशेषताएं:
१८७२ में शुरू हुई जनगणना की प्रक्रिया में समय के साथ कई बदलाव हुए हैं। २०२१ की जनगणना पूरी तरह से कागज रहित होगी और जनसंख्या डेटा एकत्र करने और वर्गीकृत करने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी।
सरकार द्वारा जारी एक मोबाइल ऐप का इस्तेमाल जनगणना प्रक्रिया में किया जाएगा।
ऐप में १६ भाषाओं में जानकारी देने का विकल्प है, यह जानकारी उच्च अधिकारियों द्वारा सत्यापित की जाएगी।
जनगणना प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने और इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक जनगणना निगरानी और प्रबंधन पोर्टल स्थापित किया जाएगा।
इस पोर्टल के माध्यम से जनगणना में लगे कर्मचारियों और अधिकारियों को कम समय में और विभिन्न भाषाओं में जानकारी प्रदान की जा सकती है।
जनगणना कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए राज्य और राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थानों का उपयोग किया जाएगा।
लोगों को स्वेच्छा से जनसांख्यिकीय डेटा उपलब्ध कराने की ऑनलाइन सुविधा होगी।
जनगणना से प्राप्त आंकड़ों को कूटबद्ध करके प्रसंस्करण में समय बचाने के लिए एक कोड निर्देशिका की व्यवस्था की जाएगी।
मंत्रालयों के अनुरोध पर सटीक, मशीन से पढ़े जाने योग्य और कार्रवाई योग्य प्रारूप में जनसंख्या संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
साथ ही जनगणना के लिए कार्य कर रहे कर्मचारियों को पुरस्कार राशि सीधे उनके बैंक खातों में सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली एवं प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से जमा करने की व्यवस्था की गई है।
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