प्लास्टिक कैसे बनता है?


प्लास्टिक बनाने की पूरी प्रक्रिया: 
 


1. प्लास्टिक इन  कुछ घटक से प्राप्त किया जाता है, जैसे की प्राकृतिक गैस, तेल या पौधों से प्राप्त होने वाले raw material से तैयार किया जाता है जिन्हें शोधित कर ethane और propane प्राप्त की जाती है.

 

2. अब ethane और propane को हीट के साथ ट्रीट किया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को cracking के नाम से जाना जाता है, जो उन्हें ethylene और propylene में तब्दील कर देती है.

 

3. अब इन दोनों को एक साथ जोड़कर विभिन्न प्रकार के polymers तैयार किये  जाते हैं.

 

विस्तार में जानते है:-

 

प्लास्टिक बनाने के लिए सबसे पहले प्राकृतिक गैस, तेल या पौधों से प्राप्त होने वाले raw material का इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें परिशोधित (refine) कर के ethane और propane तैयार की जाती है. उसके बाद ethane और propane को उच्च ताप पर ट्रीट किया जाता है जिसे cracking process के नाम से जाना जाता है. इस प्रक्रिया के जरिए ethane और propane को ethylene और propylene जैसे monomers में बदला जाता है. Monomer का मतलब एक अणु (molecule) जिसे दूसरे सामान अणुओं के साथ जोड़कर polymer बनाया जा सकता है.

 

Ethylene और propylene monomers को एक (catalyst ) उत्प्रेरक के जरिए जोड़कर एक polymer fluff तैयार किया जाता है जो कि डिटर्जेंट पाउडर की तरह दिखाई देता है. अब polymers को एक एक्सट्रुडर्स मशीन में डाला जाता है जहां इसे पिघलाया जाता है और pipe में डाला जाता है.

 

अब प्लास्टिक की एक लंबी tube तैयार की जाती है जिसे ठंडा किया जाता है और फिर उसे छोटी गोलियों (pellets) में काटा जाता है. अब इन गोलियों को फैक्ट्रियों में भेज दिया जाता है जहां उन्हें पिघलाकर पानी की बोतल, ऑटो पार्ट्स, चिकित्सा उपकरण इत्यादि में ढाल दिया जाता है. 

 

प्लास्टिक बनाने में बहुत श्रम, कामगार और अनुभव की आवश्यकता होती है. इसे बनाने की कोई एक स्पष्ट प्रक्रिया नहीं है क्योंकि प्लास्टिक कई प्रकार के होते हैं.