प्लास्टिक कैसे बनता है

प्लास्टिक कैसे बनता है / how is plastic made

प्लास्टिक कैसे बनता है / how is plastic made


हम सभी देखते या पड़ते आ रहे है की प्लास्टिक (plastic) पर्यावरण के ठीक नहीं है, प्लास्टिक की वजसे पर्यावरण नुकसान हो रहा है! पर क्या आप जानते है ये प्लास्टिक कैसे बनता है।  हमारी रोजाना जिंदिगी में हम प्लास्टिक का उपयोग करते है ! प्लास्टिक हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बना हुआ है.
खिलौनों से लेकर जरुरत के हर सामान तक प्लास्टिक की अपनी एक अलग भूमिका रही है.

 

यह जानते हुए कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए सही नहीं है, इससे दूर रह पाना बहुत मुश्किल है. दुनिया में शायद ही कोई ऐसा घर, ऑफिस या कोई जगह हो जहां plastic का उपयोग ना होता हो.
लेकिन क्या आप जानते हैं प्लास्टिक कैसे बनता है? अगर पता नहीं तो कोई बात नहीं क्योंकि आज के इस लेख में आपको प्लास्टिक के बारे में सब कुछ पढ़ने को मिलेगा.

 

आज के इस लेख में हम आपको प्लास्टिक के बारे में सब कुछ बताते है।   प्लास्टिक क्या है? प्लास्टिक कैसे बनाया जाता है? प्लास्टिक के प्रकार, प्लास्टिक की खोज किसने कि? जैसे सभी सवालों के जवाब जानेंगे. तो चलिए बढ़ते हैं आगे और जानते हैं Plastic से जुड़ी पूरी जानकारी दी गयी है। 

 

प्लास्टिक क्या है? What is Plastic in hindi

 

प्लास्टिक एक कृत्रिम या अर्धकृत्रिम पदार्थ है जो मुख्य घटक के रूप में पॉलीमर्स ( polymers )(बड़े आकार के अणुओं वाले रासायनिक यौगिक) का इस्तेमाल करता है. प्लास्टिक में मौजूद उसकी प्लास्टिसिटी (plasticity)  उसे विभिन्न आकार की ठोस वस्तुओं में ढ़लने, बाहर निकलने और दबने में सक्षम बनाती है. इसकी अनुकूलन क्षमता और विभिन्न प्रकार के गुणों के चलते, जैसे हल्कापन, टिकाऊ, लचीला और सस्ता होने की वजह से इसका बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है. पर अभी जैसे लोग प्लास्टिक दुष्परिणाम जाने लगे है, कही न कही प्लास्टिक इस्तमाल काम हो रहा है और ये पर्यावरण के लिए अच्छा है।  यदि इसका उपयोग काम नहीं किया गया तो भविष्य में भरी नुकसान हो सकता है।   

 

प्लास्टिक Plastic शब्द ग्रीक के शब्द ‘plastiko’ से लिया गया है,  जिसका मतलब है ‘बढ़ना’ या ‘बनाना’. आमतौर पर plastic को मानव औद्योगिक प्रणाली द्वारा तैयार किया जाता है. अधिकांश प्लास्टिक को जीवाश्म ईंधन पर आधारित chemicals से प्राप्त किया जाता है जैसे प्राकृतिक गैस या पेट्रोलियम.

 

हालांकि, हाल ही के औद्योगिक तरीके renewable material से बने variants का इस्तेमाल करते हैं जैसे कि मक्का या कपास के यौगिक. विकसित अर्थव्यवस्थाओं में एक तिहाई प्लास्टिक का इस्तेमाल पैकेजिंग और सामान बनाने जैसे की pipes और plumbing में किया जाता है. इसके अलावा automobiles, furniture और toys में भी plastic का इस्तेमाल होता है. विकसशील देशों में प्लास्टिक के इस्तेमाल भिन्न हो सकते है।  भारत में प्लास्टिक खपत ( Consumption ) का 42% पैकेजिंग में इस्तेमाल होता है. चिकित्सा के क्षेत्र में polymer implants (शल्य-क्रिया द्वारा शरीर में लगाई गई वस्तु) और अन्य medical devices लगभग प्लास्टिक से ही बनते हैं. दुनियाभर में प्रत्येक वर्ष एक व्यक्ति के पीछे 50 kg प्लास्टिक उत्पन्न किया जाता है. साथ ही हर साल (production )उत्पादन भी दोगुना हो जाता है.