कागज बनाने की प्रक्रिया


कागज बनाने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:

 

1. पेड़ों का चयन:– कागज बनाने के लिए सबसे पहले पेड़ों का चयन किया जाता है. इस दौरान उन पेड़ों को बारीकीसे चुना जाता है जिनकी लकड़ी में रेशों (fibres) की मात्रा अधिक होती है उनी पेड़ो महवत्त दिया जयते है.

 

2. लकड़ी को टुकड़ों में काटना: – पेड़ों का चयन होने के बाद इनकी लकड़ी को गोल टुकड़ों में काटा जाता है और छिलके (bark) को हटाया जाता है. ताकि जो मैं पार्ट है वो काम सके और इसके बाद उन्हें फैक्ट्री में भेज दिया जाता है आगे की प्रक्रिया के लिए.

 

3. Pulp (लुगदी) तैयार करना:– पल्प तैयार करने के लिए दो तरह के तरीका (methods) होते हैं ; एक है यांत्रिक विधि (mechanical method )और दूसरा है रासायनिक विधि (chemical method).

 

4. Digester चैम्बर:- जब पेड़ के बड़े टुकड़ों को बारीक टुकड़ों में बदल दिया जाता है, उसके बाद उन छोटे टुकड़ों में से लिग्निन को बाहर निकालने के लिए उसे कन्वेयर बेल्ट के जरिये Digester चैम्बर में भेज दिया जाता है जहाँ लकड़ी के टुकड़ों को Acidic Solution के साथ मिलाया जाता है, और बाद में इसमें से लिग्निन को अलग कर लिया जाता है. लिग्निन एक ऐसा पदार्थ है जो की लकड़ी को कठोर और मजबूत  बनाता है. 

 

5. Bleaching (सफेद करना) :- जब लकड़ी के टुकड़ों में से लिग्निन को निकाल लिया जाता है उसके बाद इसे पानी से धोया जाता है और बाद में Bleaching के जरिये इसे काफी नर्म बनाया जाता है और सफ़ेद बनाया जाता है. 

 

6. कैल्शियम कार्बोनेट का मिश्रण:-  जब लकड़ी के टुकड़ों का ब्लीचिंग हो जाता है उसके बाद इसे और भी सघन (dense) बनाने के लिए इसे कैल्शियम कार्बोनेट के साथ मिक्स किया जाता है। 

 

7. पानी का मिश्रण:- बाकि प्रक्रिया होने के बाद अब सघन लकड़ी के टुकड़ों को पतला बनाने के लिए इसमें पानी मिक्स किया जाता है और Pulp नामक मिश्रण बनकर तैयार हो जाता है, अब इस मिश्रण से कागज को बनाया जा सकता है.

 

8. पेपर मशीन:-  उसके बाद पानी से बने हुए पल्प को पेपर मशीन के अंदर से गुजारा जाता है जिसमे इसे कई सारी (Phase) अवस्था से गुजारकर पेपर की लम्बी परत का निर्माण किया जाता है. पेपर की इन लम्बी परतों को बाद में छोटे छोटे टुकड़ों में काट दिया जाता है और इसी से ही कॉपी, मैगज़ीन और न्यूज़ पेपर का निर्माण किया जाता है.


ऊपर बताये गए विधि से ही कागज का निर्माण किया जाता है और अंत में इसका इस्तेमाल न्यूज़ पेपर, नोट बुक, टेक्स्ट बुक, मैगज़ीन, पैकिंग बैग जैसे कई चीज़ों को बनाने के लिए किया जाता है.