वर्तमान साइकिल का आविष्कार कब हुआ था?


साइकिल का आविष्कार जर्मन वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रेस ने किया था, जिन्होंने बिना पैडल के साइकिल बनाई थी। दुनिया की पहली पेडल साइकिल १८६३ में एक फ्रांसीसी मैकेनिक पियरे लालिमेंट द्वारा बनाई गई थी, जिन्होंने सामने के पहिये को पेडल किया था।

 

 

आज की साइकिल में बीच में एक पैडल होता है जो पीछे के पहिये से एक चेन से जुड़ा होता है और इस प्रकार का डिज़ाइन कई प्रयोगों के बाद सामने आया, इसे पहली बार जॉन केम्प ने १८८५ में साइकिल के विपणन के लिए पेश किया था। जो आज की तरह दिखता है.

 

भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ था?


भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ था इसकी शुरुआत १९४२ में हिंद साइकिल नामक कंपनी ने की थी। इससे पहले भारत में कोई साइकिल नहीं बनती थी। पहले भारत में साइकिल का आयात दूसरे देशों से किया जाता था। लेकिन जब मुंबई की इंडियन साइकिल कंपनी ने साइकिल बनाना शुरू किया तो लोगों ने ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी साइकिल का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इस समय चीन के बाद सबसे ज्यादा साइकिल भारत में बनती है।

 

 

तो अब आप जानते हैं कि साइकिल का आविष्कार जर्मन वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रेस ने किया था। दुनिया की पहली साइकिल का आविष्कार लगभग २०० साल पहले १८१७ में हुआ था। भारत में साइकिल का आविष्कार कब हुआ था इसकी शुरुआत १९४२ में हिंद साइकिल नामक कंपनी ने की थी। हमें उम्मीद है कि आपको इस लेख में सारी जानकारी मिल गई होगी।

 

साइकिल चलाने के बारे में महत्वपूर्ण और रोचक तथ्य

 

#१. पहली पेडल वाली साइकिल सन् १८६३ में फ्रांस के एक मैकेनिक पियरे लालीमेंट (Pierre Lallement) ने बनायीं थी। उन्होंने साइकिल के सामने वाले चक्के में पेडल लगाया था। लालीमेंट पेरिस में बच्चों और अपंग लोगों के लिए कैरेज बनाने वाले के यहां काम किया करते थे। वहां उन्होंने किसी को ड्रेसियेन चलाते हुए देखा था, जिसे देखकर उन्हें उसमें पेडल लगाने का विचार आया।

#२. पहली बार १८६७ में पेडल वाली साइकिल पेरिस के पियरे मिचैक्स ने ओलिवियर बंधुओं (Rene & Aime) के साथ मिलकर व्यावसायिक स्तर पर निर्माण शुरू किया था। वे हर महीने २०० से ज्यादा साइकिल बेचा करते थे।

 

#३. साइकिल के स्पोक वाले पहिये का आविष्कार फ्रांस के मैकेनिक यूजीन मेयर (Eugène Meyer) ने सन् १८६९ में किया था। 


#४. सन् १८८० में इंग्लैंड के मैनचेस्टर शहर में हंस रेनोल्ड (Hans Renold) ने साइकिल के रोलर चेन का आविष्कार किया था।

 

#५. ब्रिटिश आविष्कारक जेम्स स्टारली को साइकिल की रचना की और इसके अलग-अलग भागों में महत्वपूर्ण बदलाव कर बड़े स्तर पर निर्माण के कारण “साइकिल व्यवसाय का पितामह” (Father of the Cycle Trade) कहा जाता है।

 

#६. हम जो आज साइकिल का डिज़ाइन देखते है, उसे बनाने का श्रेय जेम्स स्टारली के भतीजे जाॅन केम्प स्टारली को जाता है। जाॅन केम्प ही सन् १८८५ में पहली बार आज की तरह दिखने वाली साइकिल को बाजार में लाये थे।

 

 

#७. पहली बार साइकिल के लिए Bicycle शब्द का प्रयोग भारी-भरकम शब्द vélocipède de pedale के स्थान पर यूरोप में सन् १८६८ में किया गया था। Bicycle शब्द अंग्रेजी के दो शब्दों ‘by’ और ‘cycle’ से मिलकर बना है। बाइ का मतलब होता है ‘दो’ और साइकिल का मतलब होता है चर्क।

 

 

#८. सन् १८९५ में ब्रिटेन में ८,००,००० से ज्यादा बाइसाइकिल तथा सन् १८९९ में संयुक्त राज्य अमेरिका में ११,००,०००  से ज्यादा बाइसाइकिल का निर्माण किया गया था।

 

 

#९. आज भी नीदरलैंड में छोटी दूरी की लगभग २७% यात्राएं साइकिल द्वारा ही पूरी की जाती हैं।

 

 

#१०. नीदरलैंड के हर ८ में से ७ व्यक्ति; जिसकी उम्र १५ साल से ज्यादा है उसके पास एक साइकिल है।

 

 

#११. अमेरिका के डेनिस मुलर कोरेंक (Denise Mueller-Korenek) विश्व के सबसे तेज साइकिलिस्ट है। उन्होंने १६ सितंबर, २०१८ को २६९ km/hr की रफ्तार से साइकिल चलाकर यह खिताब हासिल किया।

 

 

#१२. आज दुनिया में १ अरब से ज्यादा साइकिलें हैं। चीन में सबसे ज्यादा साइकिलों का निर्माण और प्रयोग होता है।

 

 

#१३. दुनिया की सबसे लंबी साइकिल की लंबाई २० मीटर हैं। इस पर एक साथ ३५ लोग बैठ सकते हैं।

 

 

#१४. सन् १८८८ में आयरलैंड के जॉन बॉयड डनलप ने साइकिल को सुचारू रूप से चलाने के लिए हवा भरे रबर के टायरों का आविष्कार किया था।

 

 

#१५. दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक बाइसाइकिल (e-bike) अमेरिका के ओग्डेन बोल्टन ने १८९५ में बनाई थी। इसके पिछले पहिये में एक इलेक्ट्रिक मोटर का इस्तेमाल किया गया था, जिसे १० वोल्ट की बैटरी से चलाया जाता था।

 


 

 

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