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रिलेशनशिप के भी होते हैं इतने प्रकार, कहीं होती है 'जरूरत' तो कहीं होती है 'हाथापाई'
आपकी रिलेशनशिप में 'जरूरत' तो हावी नहीं है।
पहला प्रकार
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आपने देखा होगा कि मास्टर-स्लेव (नौकर) का रिलेशन कैसा होता है। मास्टर नियम बनाता है और स्लेव उन नियमों को फॉलो करता है।