भारत में जनगणना का इतिहास:
-
१८८१ में पहली बार एक अलग जनगणना विभाग की स्थापना की गई।
-
१८७२ में, ब्रिटिश शासन के तहत लॉर्ड मेयो के तहत भारत में पहली राष्ट्रव्यापी जनगणना आयोजित की गई थी।
-
यह जिम्मेदारी जनगणना आयुक्त को सौंपी गई थी, जो १९४१ तक भारत में एक पद पर रहे।
-
१९४९ में, पद का नाम बदलकर रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त कर दिया गया।
-
मई १९४९ में, भारत सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत इस विभाग की स्थापना की। तब से, विभाग हर १० साल में जनगणना कर रहा है।
-
अब तक १८७२ की जनगणना सहित १५ जनगणना हो चुकी है।
- PREVIOUS
- NEXT