संविधान किसे कहते हैं। (What is Constitution)
सविधान के बारे में कभी न कभी टी सुना ही होगा आपने बर क्या आपको पता है की सविधान क्या होता है ? तो चलिए जानते है -
किसी भी देश या फिर कमपनी के द्वारा निकाले गए वह नियम जिसके जरिए से उस Country या Organization का पूर्ण रूप संचालन यानि Operations हो सके, उसे उस देश या संगठन का संविधान यानि Constitution कहा जाता है।
और ये सविधान हर एक देश में होता है और उसका महत्व बोहोत होता है।
किसी भी देश की राजनितिक व्यवस्था, न्याय व्यवस्था और उस देश के नागरिको की रक्षा करना एवं नागरिकों के हितों की रक्षा करने का मूल रूप उस देश के संविधान का हैं, किसी भी देश का संविधान उस देश की राष्ट्र के विकास की दिशा का निर्धारण करता है।
आइये अब हम अपने भारत देश के संविधान को जानते है, और साथ ही हम यह भी जानने प्रयास करंगे की भारती संविधान में ऐसा क्या है जो और किसी दुसरे संविधान में नही है।
भारत का संविधान/The constitution of इंडिया
भारत का संविधान ही भारत का सर्वोच्च विधान है, संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान लागू किया गया था। लेकिन 26 जनवरी 1950 इसवी को भारतीय संविधान समूचे भारत देश में लागु कर दिया गया,और तभी 26 नवम्बर को भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है। तभी से ही प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। और २६ जनवरी सरे भारत देश वासियो के लिए गर्व की बात है।
आप की जानकारी के लिए बता दे की विश्व का प्रथम लिखित संविधान संयुक्त राज्य अमेरिका का है, और दूसरा, भारतीय संविधान पुरे विश्व भर के गणतांत्रिक देश का सबसे लम्बा और लिखित संविधान है, यानि भारतीय संविधान पुरे विश्व भर के गणतांत्रिक देश के संविधान से सबसे लम्बा और लिखित संविधान हैं।
भारत का संविधान किसने लिखा?
भारतीय संविधान के निर्माण में सर्वप्रथम महत्वपूर्ण योगदान डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडक जी का रहा हैं, क्योकि देश आजाद होने के बाद जब भारतीय संविधान के निर्माण की चर्चा हो रही थी तो तब ये जिम्मा बाबासाहब आम्बेडक को दिया गया था।
तभी बाबासाहब आम्बेडक जी ने दुनिया के सभी देशो के संविधानो में जो लोग कल्याण व लोग हित और जो लोगो के अधिकार के बार में बात लिखी गई थी, तो इन्होने इन सभी बातो को हमारे अपने भारतीय संविधान में जोड़ा हैं.
तो इस प्रकार से अगर हम देखे तो डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडक जी को भारतीय संविधान का संकलनकर्ता के रूप में देखा जाता हैं, लेकिन अगर बात की जाये की भारतीय संविधान को किसने रचित किया हैं यानि किसने लिखा हैं तो भारतीय संविधान के लेखक श्री प्रेम बिहारी नारायण रायजादा थे.
इन्होने ही भारतीय संविधान को अपने हाथो से लिखा था, आपकी जानकारी के लिए मैं बता दे की भारतीय संविधान पूरी तरह से हस्तलिखित रूप में लिखा गया था जिसका पूरा श्रेय प्रेम बिहारी नारायण रायजादा जी को जाता है.
प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने भारतीय संविधान की मूल प्रति हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओ में हस्तलिखित रूप में लिखी गई थी, भारतीय संविधान को लिखते वक्त न ही किसी टाइपिंग राइटर और न ही किसी प्रिंटर का इस्तमाल किया गया था.
प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने भारतीय संविधान को नंबर 303 के 254 पेन होल्डर निब का इस्तेमाल कर संविधान के हर पेज को बेहद ही खूबसूरत इटैलिक लिखावट में लिखा था। पूरा सविधान लिखने में उन्हें 6 महीने लगे थे। जब उनसे मेहनताना पूछा गया था तो उन्होंने कुछ भी लेने से इनकार कर दिया था। उनके द्वारा एक शर्त यह रखी गई कि संविधान के हर पृष्ठ पर वह अपना नाम लिखेंगे और संविधान के अंतिम पेज पर अपने नाम के साथ साथ अपने दादा का भी नाम लिखेंगे।
अब आपको पता चल ही गया होगा की सविधान किसने लिखा और क्यों लिखा और कब लिखा था, सविधान का महत्त्व कितना है। एसे लेख पड़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहिये। और ये लेख ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।